लरज़ते होठों पर बरसते हुए गेसुओं का साया है,
तराश-तराश के ख़ुदा ने फ़ुर्सत से तुम्हें बनाया है,
जब भी देखता हूँ तुम्हें तो बस यही लगता है कि,
जैसे आसमां से ज़मीं पर चाँद उतर कर आया है !
Larzate hothon par barsate huye gesuon ka saya hai,
Tarash-tarash ke khuda ne fursat se tumhen banaya hai,
Jab bhee dekhta hoon tumhen toh bas yahi lagta hai ki,
Jaise aasmaan se zameen par chand utar kar aaya hai !
- लरज़ना - काँपना, थरथराना, दहल जाना, डरना, आसक्ति, आकांक्षा
- तराशना - काटना, कतरना, संवारना, कलम करना
- Article By. Dharm_Singh
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