क्यूँ करते हो तुम इतनी जोरा जोरी,
साथ नहीं जाने वाली कोई तिजोरी,
मुलाक़ातों का सिलसिला भी जरी रखो,
जाने कब टूट जाये साँसों की डोरी...!!
Kyun karte ho tum itni jora jori,
Sath nahin jaane wali koi tijori,
Mulaqaton ka silsila bhi jari rakho,
Jane kab tut jaye sanson ki dori...!!
- जोरा-ज़ोरी - किसी से हठात् कुछ लेने या छीन लेने के लिए किया जाने वाला प्रयत्न
- तिजोरी - लोहे की मज़बूत, छोटी एवं भारी आलमारी
- मुलाक़ात - साक्षात्कार, भेंट, मेल-मिलाप, एक दुसरे से मिलना, एक दुसरे का मिलाप
- सिलसिला - अनुक्रमिता, क्रमिकता, क्रमबद्धता, क्रम, श्रंखला, कड़ियाँ, ज़ंजीर, लड़ी
- Article By. Dharm_Singh
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