जब हमने ज़माने भर की तमाम ख़ुशियाँ उनके दामन में डाल दी,
तो कमबख़्त हमारे हिस्से में रंज-औ-ग़म के सिवा कुछ बचा ही नहीं !
Jab humne zamaane bhar ki tamam khushiyan unke daman mein daal dee,
Toh kambakht humare hisse mein ranj-o-gum ke siva kuch bacha hee nahin !
- तमाम - समस्त, सम्पूर्ण, अत्यधिक, सब, कुल, सारा, समाप्त, ख़त्म
- दामन - आँचल, पल्ला, झोली
- रंज-औ-ग़म - कष्ट और पीड़ा, दुःख और दर्द, परेशानी, मातम, रंज
- Article By. Dharm_Singh
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