तुमने फ़क़त मेरा ऐतबार ही नहीं तोड़ा है "पिस्ता",
ज़िन्दगी से साँसें भी छीन ली है आहिस्ता-आहिस्ता !
Tumne faqat mera aitbaar hee nahin toda hai "pista",
Zindagi se sansen bhi chhin lee hai aahista-aahista !
- फ़क़त - सिर्फ़, केवल, बस, बस इतना
- ऐतबार - विश्वास, भरोसा, यक़ीन
- आहिस्ता-आहिस्ता - धीरे-धीरे, रफ़्ता-रफ़्ता, हौले-हौले, धीमे-धीमे
- Article By. Dharm_Singh
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