कुछ हवा महक़ी-महक़ी तो कुछ फ़िज़ा भी बहक़ी-बहक़ी है,,,
लगता है मेरे य़ार ने तन्हाई संग हमें याद कर अंगड़ाई ली है...!!
Kuch hawa mahaqee-mahaqee toh kuch fiza bhi bahaqee-bahaqee hai,,,
Lagta hai mere yaar ne tanhaai sang humein yaad kar angdaai lee hai...!!
- फ़िज़ा - ख़ुशनुमा माहौल, वातावरण, बहार, रौनक, खुली ज़मीन
- तन्हाई - तनहा होने की अवस्था, अकेलापन, एकाकीपन, एकांत स्थान
- अंगड़ाई - शरीर का तानना, हाथ उठाकर शरीर को मोड़ना
- Article By. Dharm_Singh
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