Advertisement

Mere afsane mein...

Mere_afsane_mein


फ़क़त इतना ही ज़िक्र है, तेरा मेरे अफ़साने में,
तमाम उम्र गवां दी, बस इक शख़्स को पाने में !

Faqat itna hee ziqr hai, tera mere afsane mein,
Tamam umra gavan di, bas ik shkhs ko pane mein !


  • फ़क़त - सिर्फ़, केवल, मात्र, बस इतना ही
  • ज़िक्र - चर्चा, बयान, वर्णन, उल्लेख
  • अफ़साना - क़िस्सा, कहानी, कथा, उपन्यास, दास्ताँ, लम्बा वृतांत
  • गवां - लुटा देना, खो देना, ख़र्च कर देना
  • शख़्स - आदमी, व्यक्ति, मनुष्य

  • Article By. Dharm_Singh

एक टिप्पणी भेजें

1 टिप्पणियाँ

  1. भरे बाजार से अक्सर मैं खाली हाथ आया हूँ,
    कभी ख्वाहिश नहीं होती कभी पैसे नहीं होते।

    जवाब देंहटाएं