सफ़र-ए-ज़िन्दगी पर साँसें, बीच राह लड़खड़ाने लगी है,
अब तो उसकी यादें भी, वक़्त बेवक़्त तड़पाने लगी है !
Safar-e-zindagi par sansen, beech raah ladkhadane lagi hai,
Ab toh usaki yaaden bhi, waqt bewaqt tadpaane lagi hai !
- सफ़र-ए-ज़िन्दगी - ज़िन्दगी के सफ़र
- लड़खड़ाना - डगमगाना, विचलित या अस्थिर होना, चूक जाना
- तड़पाना - बहुत अधिक कष्ट या दुःख पहुँचाना, पीड़ा देना, किसी को बहुत अधिक मानसिक या शारीरिक कष्ट देकर तड़पाना
- Article By. Dharm_Singh
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