क़िस्मत में नहीं है दीदार तेरा, बस तेरी तस्वीर को निहारा करते हैं,
तू तक़दीर में नहीं है मेरी, फिर भी तुझें ख़्वाबों में पुकारा करते हैं !
Kismat mein nahin hai deedar tera, bas teri tasveer ko nihara karte hain,
Tu taqdeer mein nahin hai meri, fir bhi tujhen khwabon mein pukara karte hain !
- दीदार - दर्शन, मुलाक़ात, साक्षात्कार, देखना
- तक़दीर - क़िस्मत, भाग्य, नसीब, संयोग, मुकद्दर
- ख़्वाब - सपना, स्वप्न, निद्रावस्था, नींद में होना
- Article By. Dharm_Singh
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