वो खून के आँसू थे मेरे, जिसे लोगों ने यार महज़ मेरी आँखों का पानी समझा,
अफ़सोस... मेरी मोहब्बत और जवानी को, हर किसी ने मेरी नासमझ नादानी समझा !
Woh khoon ke aansu the mere, jise logon ne yaar mahaz meri aankhon ka paani samjhaa,
Afsos... meri mohabbat aur jawaani ko, har kisi ne meri nasamjh nadani samjhaa !
- महज़ - सिर्फ़, केवल, निर्मल, खालिस, मात्र
- मोहब्बत - प्यार, इश्क़, इबादत, प्रेम, चाहत, दोस्ती, यारी, मित्रता, स्नेह, ममता
- जवानी - यौवन, युवावस्था, तरुणाई, लावण्य, मस्ती, सुन्दरता, जवान होने की अवस्था
- नादानी - अज्ञानता, मुर्खता, बेवकूफ़ी, अकुशलता, अनाड़ीपन, अबोध होने की अवस्था
- Article By. Dharm_Singh
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