आरज़ू के फूल कभी खिले नहीं,
मिलकर भी हम कभी मिले नहीं,
हमने सारा हाल-ए-दिल सुना डाला,
अफ़सोस उनके होंठ तक हिले नहीं !
Aarzoo ke phool kabhi khile nahin,
Milkar bhi hum kabhi mile nahin,
Humne sara haal-e-dil suna dala,
Afsos unke honth tak hile nahin !
- आरज़ू - चाहत, इच्छा, वांछा, तमन्ना, ख़ाहिश, मनोकामना, इश्तियाक़, दिली मुराद, उम्मीद, आशा
- हाल-ए-दिल - दिल का हाल
- होंठ - लब, अधर, ओष्ठ
- Article By. Dharm_Singh
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