मेरे मरने का तुम जरा भी रंज-औ-ग़म ना करना,
बेवज़ह बेकार में अपनी इशरत कम ना करना !
Mere marne ka tum zara bhi ranz-o-gum naa karna,
Bewazah bekar mein apni ishrat kam naa karna !
- रंज-औ-ग़म - दुःख और पीड़ा, कष्ट और परेशानी, शोक, मलाल
- बेवजह - बेमतलब, बिना वजह, बिना मतलब, निष्कारण, अनिमित्त, फ़िज़ूल
- बेसबब - अकारण, बिना किसी कारण के
- इशरत - भोग-विलास, ख़ुशी, सुख, चैन, आराम, प्रसन्नता, मौज़
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ