
कसकर थाम लो मुझें अपनी बाहों में, कि ख़ुदा भी हमको जुदा ना कर पाये ! Kaskar thaam lo mujhen apni baahon mein, Ki khuda b…
Read more »कुछ गढ़ढ़े पहले से ही खुदे होते हैं, तो कुछ नये और खुदवा लेते हैं, कुछ लोग ज़्यादा होशियारी दिखाकर, अपनी माँ और चु*वा लेते…
Read more »अपनों में अपनापन ढूंढ रहे हो साहिब, दिन के उजालों में, जुगनू ढूंढ रहे हो साहिब ! Apnon mein apnapan dhundh rahe ho saah…
Read more »दिये हैं जो ज़ख्म तूने मुझें बेवफ़ा, वो वक़्त के साथ भर गये हैं, तुम लौटकर कभी ना वापस आना, दिल के अब जज़्बात मर गये हैं ! …
Read more »क़ातिल तेरी निग़ाहें है, क़ातिलाना तेरा हर अंदाज़ है, कोई तो बचाये हमें, मुश्किल में जान हमारी आज है ! Qaatil teri nigaahen…
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