
ग़ैरों से जब वो, हंस-हंस कर बातें करती है, मैं अपने दिल को, रो-रो कर समझाता हूँ..! Gairon se jab woh, hans-hans kar baat…
Read more »चन्द साँसों का कर्ज़, हम भी उतार चले, रो-रो कर ही सही, इक ज़िन्दगी गुज़ार चले ! Chand saanson kaa karz, hum bhi utar chale…
Read more »बिखेर कर कांटे मेरी हर राह में मेरे अपनों ने, मुझसे मेरे पांवों की... चप्पलें तक छीन ली ! Bikher kar kaante meri har ra…
Read more »ये रंज रहेगा ता-उम्र मुझें, क्यूँ चाहा मैंने इतना तुझें ! Yeh ranj rahega taa-umr mujhen, Kyun Chaaha maine itna tujhen…
Read more »हर इंसान अपनी अच्छी-बुरी तकदीर..., ख़ुद अपनी ही मुठ्ठी में बंद करके लाता है ! Har insan apni achchhi-buri taqdeer..., Kh…
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