Advertisement

Tohmat shayari...

Tohmat_shayari


तू तोहमत ना लगा मेरी मोहब्बत पे "बेमुरव्वत",
मैंने चाहा है तुझें ख़ुदा की इबादत समझ कर...!!

Too tohmat naa laga meri mohabbat pe "bemuravvat",
Maine chaaha hai tujhen khuda ki ibadat samjh kar...!!



  • तोहमत - झूठा आरोप, लांछन, इल्ज़ाम
  • बेमुरव्वत - निष्ठुर, बेरहम, निर्दयता, जिसमें शील संकोच न हो
  • इबादत - पूजा, आराधना, उपासना, बंदगी

  • Article By. Dharm_Singh

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ